दिख गया तुझको
तोह आँखें फेर लेता हूँ |
बस एक उस पल से
मुहब्बत हेर लेता हूँ |
जब कभी पर पड गया
इकरार के चक्कर में मैं |
क्यूं ना जाने सब पे
पानी फेर देता हूँ |
-Rj
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